जैसे-जैसे नयी technology आ रही है, वैसे-वैसे हम लोगों का जीवन इंटरनेट पर निर्भर होता जा रहा है. इंटरनेट की मदद से हम, अपनी location पर बैठे-बैठे सारी दुनिया की जानकारी एकत्रित कर सकते हैं. आज इंटरनेट लगभग हमारे जीवन में हर जगह प्रयोग किया जा रहा है, Social Networking, Gaming, Online-shopping, data-storage, Online-schooling आदि.
जैसे-जैसे लोग इंटरनेट के लाभों (benefits) को समझ रहे हैं, वैसे-वैसे cyber crime यानी साइबर अपराध भी बढ़ता जा रहा है. आज की date में साइबर अपराध से भारत भी अछूता नहीं है.
शायद, आपको जानकर हैरानी होगी की Traditional Crime के मुकाबले, भारत में Cyber Crime के cases ज्यादा दर्ज किये गए हैं.
Phishing attack कैसे कर सकता है, आम जीवन को प्रभावित। आखिर, कैसे बचें आम व्यक्ति इस अटैक से. Norton Lifelock की report के अनुसार, पिछले 12 महीनो में 2 करोड़ 70 लाख लोगों की identity, इंटरनेट का उपयोग करके चुरायी गयी है. 100% जनसंख्या में से लगभग 52% लोग तो जानते ही नहीं हैं की खुद को cyber crime से कैसे बचाना है?
30 अगस्त 2019 को Ministry of Home Affairs द्वारा एक National Cyber Crime Reporting portal बनाया गया है, जिसमें कोई भी व्यक्ति साइबर अपराध से जुडी complain को online भी कर सकता है.
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Portal से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 28 फरवरी 2021 तक, 317439 साइबर अपराध हुए हैं, और 5800 FIRs हमारे देश में record की गयी है.
आइये, अच्छे से पढ़ते हैं और समझते हैं की साइबर अपराध क्या है (What is Cyber Crime in Hindi?), और इनसे से कैसे बचा जा सकता है?
Table of Contents
साइबर अपराध क्या है? | Cyber Crime Kya Hai?
कोई भी ऐसी आपराधिक गतिविधि, जिसका उददेश्य इंटरनेट या कंप्यूटर के माध्यम से किसी व्यक्ति, आर्गेनाइजेशन को नुकसान पहुँचाना हो, साइबर अपराध कहलाता है. English भाषा में, साइबर अपराध को Cyber Crime कहते हैं.
उदाहरण के लिए, किसी के computer को hack करके, उस व्यक्ति की सारी information को चोरी कर लेना और उस जानकारी का mis-use करना, Cyber-Crime कहलाता है.
साधारण भाषा में, इसे ऐसे समझिये, जैसे- आप अपने घर में ताला (lock) लगा कर कहीं गये हुए हों, और कोई चोर, आपके घर के ताले के तोड़ कर आपका सामान चोरी करके ले जाये, तो वह चोरी की एक traditional आपराधिक गतिविधि है.
लेकिन, वहीं जब कोई व्यक्ति internet और computer/mobile का उपयोग करके, किसी भी व्यक्ति की Personal information जैसे- ATM Card की जानकारी, Bank की जानकारी, Photos, Password आदि को चुरा कर प्रयोग करता है, तो उसे cyber crime कहते हैं.
Categories of Cybercrime in Hindi
Cybercrime को तीन category में divide किया गया है, पहला है, Individual, दूसरा है, Property और आखिरी और तीसरा है, Government.
Cybercriminals के actions, activity के आधार पर इनको इन तीन category में रखा गया है,
Individual
इसमें किसी भी एक व्यक्ति द्वारा, cyber या internet का उपयोग करके, digital applications, या software की मदद से information चुराने या कोई malicious गतिविधि (गलत गतिविधि) जैसे- cyber stalking, human trafficking, child pornography, spoofing आदि की जाती है.
Property
देखिये, जबसे इंटरनेट की दुनिया शुरू हुई है, तब से कोई आपकी जमीन या ऑफिस को चोरी नहीं कर सकता है. लेकिन, अगर आपके पर्स में अगर 10000 रुपए हों और इस बारे में किसी चोर को पता चल जाये, तब वह आसानी से चोरी कर सकता है.
बस, बिलकुल इसी प्रकार, ऑनलाइन बैठे कई चोर, जिन्हें हम cybercriminals भी कहते हैं. वे आपकी bank details, credit card/debit card details चोरी करने की कोशिश करते हैं. इसमें वे ईमेल और sms का उपयोग करके, आपको messages भेजते हैं. जैसे-ही आप उनके मैसेज या ईमेल में भेजे गये लिंक पर क्लिक करते हैं. आपकी सारी details उनके पास चली जाती हैं, और वे आपके बैंक account से सारे पैसे निकाल लेते हैं.
आपकी confidential information को निकालने के लिए वे कई सॉफ्टवेयर, apps का भी प्रयोग करते हैं. जैसे ही आप इनको डाउनलोड करते हैं, इनके साथ आपके मोबाइल/लैपटॉप/कंप्यूटर में वह वायरस भी install हो जाता है.
Government
जब कोई group या एक अकेला व्यक्ति, किसी सरकार की गुप्त जानकारी यानी confedential information को चुराने की कोशिश करता है. तब इसे Cyber terrorism भी कहते हैं. यह एक कड़ा अपराध है.
इसमें सरकारी websites, military websites आदि को हैक करने या उनकी information को बदलने की कोशिश की जाती है.
साइबर अपराध कितने प्रकार के होते हैं? | What are the Types of Cyber Crime in Hindi?
Cyber crime कई प्रकार के होते हैं,
(1) हैकिंग (Hacking)
जब कोई व्यक्ति computer और internet का उपयोग करके, किसी अन्य व्यक्ति के computer और mobile की जानकारी को चोरी करता है, या उसमें संशोधन (modification) करता है. उस प्रक्रिया यानी Process को हैकिंग (hacking) कहते हैं. जो व्यक्ति यह काम करता है, वह हैकर (Hacker) कहलाता है.
(2) किसी व्यक्ति की पहचान को चुराना (Identity Theft)
इस प्रकार के Cyber Crime में attacker द्वारा किसी व्यक्ति के ATM Card, Credit Card, Debit Card, Bank details की जानकारी चोरी करने की कोशिश की जाती है. इसमें attacker का मुख्य उदेद्श्य, पैसे चोरी करना होता है.
(3) साइबर स्टाकिंग (Cyber Stalking)
हिंदी भाषा में, Stalking शब्द का अर्थ है, किसी का पीछा करना। अब यह जरूरी नहीं की किसी का पीछा सिर्फ सड़क पर चलते हुए किया जा सकता है. आजकल social media के माध्यम से भी किसी व्यक्ति का पीछा किया जाता है. उसको गलत message भेजना, गलत प्रकार के photos या comment करना शामिल है. ज्यादातर यह हरकत छोटे बच्चों, महिलाओं और teenagers के साथ की जाती है.
(4) वायरस (Virus)
जब कभी आप किसी भी unauthorized website से software डाउनलोड कर लेते हैं, तो अपराधी, उस software के साथ virus को attach कर देते हैं. Software इनस्टॉल होने के साथ, virus भी आपके laptop/computer/mobile या अन्य digital electronic device में active हो जाता है. जिस से आपके devices की सारी information अपराधी के पास चली जाती है.
(5) Photos को Social Media चोरी करना (Use Photos From Social Media)
किसी की फोटोज को सोशल मीडिया से चोरी करके गलत प्रयोग करना भी साइबर क्राइम के अंतर्गत आता है. इसमें अपराधी ज्यादातर लड़कियों या बच्चों की photos को चोरी कर, उनका गलत उपयोग करते हैं, और फिर उन बच्चों और महिलाओं को Blackmail करते हैं.
(6) Cyber Spying
इसमें अपराधी द्वारा किसी होटल के कमरे, बाथरूम या किसी मॉल या शोरूम की दुकान में फिटिंग चेक करने के रूम में कैमरा लगा दिए जाते हैं. उन videos को record करके लोगों को Blackmail किया जाता है.
(7) Cyber Bullying
आजकल, Social Media के बढ़ते प्रभाव ने, जहाँ लोगों का जीवन आसान किया है, वहीँ लोगो के जीवन को भी खतरे में डाला है. Cyber Bullying में, अपराधी द्वारा, किसी व्यक्ति द्वारा शेयर की गयी video या photos पर किया गया, अभद्र व्यवहार, गलत comment किया जाता है. जिस से व्यक्ति मानसिक रूप (mental harassement) से प्रभावित होता है, जो की एक प्रकार का crime है.
(8) Child Pornography and Abuse
इसमें अपराधी बच्चों या टीनएजर्स के साथ chat room के जरिये बातचीत करते हैं, उनको अपने झांसे में फँसा कर उनको गलत videos बनाने के लिए उकसाते हैं. कई बार बच्चे डर जाते हैं, और अपने बड़ो से शिकायत नहीं कर पाते हैं.
(9) Pirated Movies, Software and Music
आजकल तो एक trend बना हुआ है, जिसमें लोग website पर, कुछ paid softwares, movies, और music आदि को available करवाते हैं, जिसे लोग free में डाउनलोड करते हैं. यह Copyright law का एक issue है, जो की एक साइबर अपराध के अंतर्गत आता है.
(10) Logic Bom
इसमें एक विशेष प्रकार के code का प्रयोग किया जाता है, जिसे slag code कहते हैं. यह एक प्रकार का malicious code होता है. जिसमें अपराधी द्वारा, किसी सॉफ्टवेयर के through हर महीने की एक particular तारीख को virus भेजा जाता है, जिससे computer, laptop की speed धीरे-धीरे slow हो जाती है. जब तक एक निश्चित date नहीं आ जाती है, यह वायरस तब तक काम नहीं करता है. हर महीने की निश्चित तारीख पर वायरस activate हो जाता है.
(11) DDOS Attack
DDOS का पूरा नाम, ” Distributed Denial of Service Attack” है. इस attack में अपराधी द्वारा, किसी hosting service provider को या किसी एक particular website को target बनाया जाता है. इसमें अपराधी द्वारा एक निश्चित website, पर ढेर सारा traffic एक ही particular समय पर भेजा जाता है. फलस्वरूप, वेबसाइट डाउन (Website Down) हो जाती है. जो लोग उस website को access करना चाहता है, उनको अच्छा experience नहीं मिल पाता है. परिणाम (result) यह होता है, की user का traffic अन्य website पर divert हो जाता है.
(12) स्पैमिंग (Spamming)
इसमें अपराधी व्यक्ति द्वारा एक Email भेजा जाता है. जिसमें एक link होता है. जब व्यक्ति इस लिंक पर क्लिक करता है, तो automatic उसके computer में एक वायरस डाउनलोड हो जाता है. जिस से व्यक्ति का कंप्यूटर खराब हो जाता है.
(13) अफवाहें फैलाना (Spreading Rumors)
इसमें अपराधी द्वारा या विपक्षी द्वारा, व्यक्ति के खिलाफ या किसी organization के खिलाफ या किसी political party के खिलाफ fake videos बनाकर Social media पर वायरल कर दी जाती है. फलस्वरूप, व्यक्ति, organization और party की छवि को बिगाड़ने की कोशिश की जाती है. यह भी एक प्रकार का साइबर अपराध है. Fake Videos फैलाने पर व्यक्ति द्वारा मान हानि का case भी किया जा सकता है.
(14) Cyberextortion
आप में से कितने लोग “extortion” शब्द का हिंदी अर्थ जानते हैं. क्या, कहा नहीं जानते हैं. अच्छा, आपने movies में गुंडों को जबरदस्ती किसी businessman से पैसे वसूल करते तो देखा होगा। जी हाँ, वही है ये extortion यानी किसी व्यक्ति से जबरदस्ती पैसे की वसूली करना है.
लेकिन, वहीँ जब किसी व्यक्ति से पैसा ऑनलाइन या इंटरनेट का use करके वसूला जाता है, तब उसको Cyberextortion कहते हैं. इसमें अपराधी द्वारा, किसी business या organization की login details, confidential information, computer systems, website आदि को hack करके manipulate कर लिया जाता है, और उसके बदले में वे पैसे की demand करते हैं.
(15) CyberTerroism
अगर, हम terroism शब्द का अर्थ समझें, तो इसका मतलब होता है, आतंकवाद। Cyberterroism का मतलब हुआ की जब कोई व्यक्ति, या ग्रुप इंटरनेट के माध्यम से लोगो में दहशत फैलाने की कोशिश करता है. जिस से लोग डरे या हैकिंग के माध्यम से देश की economy यानी अर्थव्यवस्था को नुक्सान पहुंचाने की कोशिश करे या देश के गुप्त दस्तावेजों को इंटरनेट का उपयोग करके चुराने की कोशिश करे. CyberTerroism कहलाता है.
(16) Dark Web
डार्क वेब, जिसे डार्क नेट के नाम से भी जाना जाता है. इसको किसी एक particular software या protocol या browser की मदद से ही access किया जा सकता है.
डार्क वेब पर मिलने वाली वेबसाइट्स, गूगल या याहू में index नहीं होती हैं. इसका उपयोग legal और illegal दोनों activity के लिए किया जाता है.
Dark Web का उपयोग करके किसी भी प्रकार की illegal activity को track करना मुश्किल होता है.
(17) Botnet क्या है?
Botnet को समझने के लिए जरूरी है की आपको यह पता हो की Bot क्या होते हैं. Bot, एक प्रकार के robot होते हैं। इसमें भी व्यक्ति, विशेष या संस्था की इनफार्मेशन को चुराने का काम होता है. लेकिन, यह काम किसी व्यक्ति द्वारा नहीं, बल्कि रोबोट द्वारा किया जाता है. डाटा चुराने से लेकर सर्वर को क्रैश करने तक का काम Bot यानी Robots करते हैं.
(18) Phishing Attack
इसमें attacker यानी अपराधी द्वारा ईमेल या मैसेज भेजा जाता है, जैसे ही उस मेल या मैसेज पर क्लिक किया जाता है. आपका कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल उनके control में चला जाता है. और आपके फ़ोन/लैपटॉप/कंप्यूटर में मौजूद सारी इनफार्मेशन उनके कण्ट्रोल में चली जाती है. वे जैसे चाहे उस इनफार्मेशन का उपयोग कर सकते हैं.
(19) ATM Fraud
आजकल ATM fraud एक international problem बन चुकी है. 2002 की न्यूयोर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, 21000 अमेरिकन लोगो की एटीएम इनफार्मेशन को एकत्र करके उनका दुरूपयोग किया गया है.
अपराधी द्वारा यह अपराध ज्यादातर किसी शॉपिंग मॉल, या स्टोर के पास रखे एटीएम में किया जाता है. क्योंकि, यह machines बैंक का हिस्सा नहीं होती हैं.
इन एटीएम machines में, अपराधी द्वारा छेड़-छाड़ की जाती है. जब कोई व्यक्ति अपना एटीएम इसमें डालता है और पिन कोड डालता है, तब यह मशीन out of order दिखाती है. होता है यह की अपराधी द्वारा यह सारी जानकारी एकत्रित की जा रही होती है.
साइबर अपराध से बचाव के बारे में बताएं | Cyber Crime Precautions in Hindi
Cyber Crime से जुडी जानकारी को एकत्रित करके और जागरूक (aware) रहकर, साइबर अपराध से बचा जा सकता है.
(1) किसी भी अनजान (unknown) ईमेल (Email) पर या अनजान जगह (Unknown sites) पर दिए गये link पर click करने से बचें। यदि किसी लिंक पर trust न हो, तो उसको copy करके incognito window में खोलें।
(2) Latest और अच्छे एंटीवायरस (antivirus) का उपयोग करें।
(3) हर जगह अपनी details को शेयर न करें।
(4) Softwares, Anti-virus और अपने Browser आदि को समय-समय पर update करते रहे.
(5) Public Wifi का उपयोग करने से बचें और अपने private wifi का password secure रखें।
(6) आजकल हर चीज की clone (means duplicate copy) उपलब्ध है, तो किसी भी app या software को download करने से पहले जाँच लें, की वह authentic (original) है या नहीं।
(7) Online Shopping करते वक़्त भी सावधानी बरतें।
(8) Online या internet banking का उपयोग, किसी दूसरे व्यक्ति के computer, laptop, cyber cafe से न करें।
(9) यदि आप किसी अन्य व्यक्ति के कंप्यूटर या लैपटॉप का उपयोग बैंकिंग ट्रांसैक्शन के लिए कर भी रहे तो incognito window का उपयोग करें और Browser history को delete कर दें और अपने Email-ID को logout कर दें.
(10) किसी भी व्यक्ति के साथ या पूछे जाने पर अपनी बैंकिंग डिटेल्स (Banking Details) को share न करें।
(11) अपने Passwords को strong रखें, जो की alphabets, number और special characters से मिलकर बना हुआ हो.
साइबर क्राइम रिपोर्ट कैसे करें?
साइबर अपराध से जुडी समस्याओं को हल करने के लिए सरकार (Government) द्वारा cybercrime.gov.in वेबसाइट शुरू की गयी है. इस वेबसाइट पर complaint करने के बाद समस्या को मंत्रालय द्वारा, प्रदेश सरकार को भेज दिया जाता है, और इस समस्या को हल करने के लिए अधिकारी की नियुक्ति की जाती है. जो समय-समय पर case की समीक्षा करते रहते हैं.
(1) साइबर क्राइम से जुडी समस्या की शिकायत करने के लिये cybercrime.gov.in को login करें।
(2) Report Women/Child Section पर जाकर क्लिक करें। इस section में आपको file a complaint का option प्राप्त होगा, उस पर click करें और सारी details को fill करें।
(3) इस फॉर्म को fill करने के बाद, आपको एक complaint number मिलेगा। इस number की हेल्प से आप अपनी शिकायत का status चेक कर सकते हैं.
साइबर क्राइम को रोकने के लिए सरकार द्वारा बनाये गए कानून
(1) IT Act 2008 की धारा 43A, 66 IPS की धारा 379 और 406 के अनुसार, यदि hacking का अपराध साबित हो जाता है, तो व्यक्ति को 5 लाख रुपए जुर्माना और 3 साल की जेल तक हो सकती है.
(2) यदि कोई किसी व्यक्ति की पहचान चुरा कर उसका दुरूपयोग करता है, तो साबित होने पर, IT ACT 2008 के according धारा 43, 66C और IPC की धारा 419 के तहत व्यक्ति को 1 लाख रुपए का जुर्माना और 3 साल की कैद तक हो सकती है.
(3) किसी व्यक्ति का साइबर स्टाकिंग का अपराध सिद्ध होने पर, व्यक्ति को IT (2009) की धारा 66A के तहत जुर्माना और 3 साल तक की जेल तक हो सकती है.
(4) यदि कोई व्यक्ति वायरस फैलाता है, तो सरकार द्वारा, IT ACT 2008 में कुछ improvements किये गए, जिसमे धारा 43C, 66 और IPS की धारा 268 और आंतकवाद से सम्बंधित धारा 66F भी लगायी जाती है.
साइबर क्राइम के उदाहरण, जो घटित हो चुके हैं,
Bob Kahn और Vint Cerf ने जब इंटरनेट की खोज की होगी, तब उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा की उनके द्वारा की गयी खोज इतनी खतरनाक साबित हो सकती है. की लोग इंटरनेट का इतनी बुरी तरीके से इसका दुरूपयोग कर सकते हैं.
हम यहाँ आपको साइबर अपराध से जुड़े कुछ उदाहरणों के बारे में बता रहे हैं,
Melissa Virus
यह वायरस डेविड ली स्मिथ ने 1999 में बनाया था, जो एक प्रोग्रामर थे. डेविड ने माइक्रोसॉफ्ट वर्ड की files में वायरस insert करके, यूजर को send किया और जिस-जिस ने भी इन files को open किया, उनका system hack हो गया। इस अटैक के बाद Microsoft जैसी कई बड़ी कंपनियों को नुक्सान हुआ था.
Ransomware Attack
Ransome शब्द का हिंदी भाषा में मतलब होता है, फिरौती यानी किसी चीज या वस्तु के बदले में किसी व्यक्ति से पैसे की या किसी भी कीमती चीज़ की मांग करना।
यह अटैक किसी एक देश में नहीं हुआ था, 12 मई 2017 को यह अटैक एक दिन में दुनिया के कई देशो में हुआ था. इस अटैक के होने पर कंप्यूटर/इंटरनेट ने काम करना बंद कर दिया था. दोबारा, इंटरनेट को शुरू करने के लिए, criminals ने बदले में, bitcoins की मांग की थी.
NASA and Pentagon Cyber Attack
जेम्स जोनाथन, जो की 15 साल का एक बच्चा था, ने 1999 में NASA के computers को hack कर लिया था. यह computers लगभग 21 दिन तक बंद रहे थे. सोचिये, जब नासा जैसी इतनी बड़ी संस्था को इन attacks का सामना करना पड़ सकता है, तो हम और आप क्या चीज हैं.
Adobe Cyber Attack
3 अक्टूबर 2013 को Adobe ने यह announce किया की hackers ने उनके 3 million users के क्रेडिट कार्ड की details और login details को चोरी किया है.
Astonia Cyber Attack
2007 में Astonia देश पर साइबर हमला हुआ. इस हमले में attackers ने कई बड़े organization, business और government की computer की सुविधाओं को बंद कर दिया था. Astonia का कहना था की यह सब रूस ने किया है. क्योंकि, कई लम्बे समय से इन दोनों देशो के बीच का सम्बन्ध अच्छा नहीं था.
Stuxnet Cyber Attack
2010 में, ईरान के nuclear program को बाधित करने के लिए, यूरेनियम की कई सेन्ट्रीफ्यूज मशीनो को block कर दिया गया था.
समाज पर साइबर अपराध का प्रभाव | Impact of Cyber Crime on Society
वो कहते हैं न की, “विज्ञान वरदान है, तो वह एक अभिशाप भी है”. देखिये, जब कभी भी किसी चीज़ का प्रयोग एक मानव हित को ध्यान में रखते हुए किया जायेगा। तब वह वरदान है. आज इंटरनेट ने लोगो के जीवन को आसान बना दिया है, वहीँ कुछ कठिनाईयां भी उत्पन्न की है.
किसी साइबर अपराधी द्वारा, आम व्यक्ति के account से पैसे निकाल लेने से उस व्यक्ति की घर की स्थिति के साथ-साथ, उसकी मानसिक स्थिति भी affect होती है. ऐसे में जरूरी है की लोगो को जागरूक किया जाये की इंटरनेट पर मौजूद हर वेबसाइट secure या authentic नहीं होती है.
आज की तारीख में छोटे-छोटे बच्चे इंटरनेट का उपयोग करने लगे हैं. ऐसे में cyber bullying, child abusement-pornography का खतरा भी बढ़ गया है. ऐसे में जरूरी है की माता-पिता बच्चों के internet के use पर नजर रखें और parent lock का प्रयोग करें।
Social Media का उपयोग करते वक्त, खासतौर से लड़कियां, अपनी photos को डालते हुए सावधान रहे, साथ ही किसी भी अनजान व्यक्ति के द्वारा भेजी गयी request को social-media पर accept न करें।
इंटरनेट पर मौजूद सारी websites, authentic नहीं होती है. इन पर अपने क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड की details या personal information को share करने से बचे.
यदि आप cyber crime का शिकार होते हैं, तो तुरंत cyber cell को report करें या नजदीकी पुलिस स्टेशन में inform करें।
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Q1: Cyber Cell को हिंदी में क्या कहते हैं?
Ans: जब कोई चोर किसी घर में चोरी करता है, तो उसको पकड़ने के लिए पुलिस होती है. उसी प्रकार, जब कोई व्यक्ति ऑनलाइन किसी भी प्रकार की गलत activity को करता है, चाहे वह हैकिंग हो या साइबर bullying हो या किसी के कंप्यूटर में वायरस छोड़ना हो आदि. ऐसे व्यक्ति को पकड़ने के लिए सरकार द्वारा एक टीम बनायी जाती है. जिसे Cyber Cell कहते हैं.
साधारण भाषा में कहें, तो Online चोरो को पकड़ने के लिए एक प्रकार की पुलिस होती है. उसी को साइबर सेल कहते हैं.
Q2: साइबर अपराध कौन-कौन से हैं?
Ans: Hacking, किसी भी व्यक्ति की identity को चुराकर online दुरूपयोग करना, Online किसी भी व्यक्ति को activities को track करना या उसका पीछा करना, किसी भी software को download करने के बहाने किसी भी व्यक्ति के कंप्यूटर/लैपटॉप/मोबाइल में वायरस भेजना और उसके कंप्यूटर/लैपटॉप/मोबाइल में store information का दुरूपयोग करना आदि cyber crime या साइबर अपराध कहलाता है.
Q3: साइबर क्राइम में कितने साल तक की सजा हो सकती है?
Ans: किसी भी प्रकार के साइबर अपराध में सलग्न पाए जाने पर अपराधी को 5 साल तक की जेल और 10 लाख रुपए तक जुर्माना देना पड़ सकता है.
यदि वही व्यक्ति दूसरी बार भी साइबर क्राइम की किसी गतिविधि को करते हुए पकड़ा जाता है, तब उसको 7 साल की जेल और 10 लाख का जुर्माना भी हो सकता है.
इस article का उददेश्य सिर्फ जानकारी देना और लोगों को जागरूक करना है. यदि आपका कोई अन्य प्रश्न हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में लिख सकते हैं.